FASTag Deadline: आज से लागू नहीं होंगे FASTags, एक महीने बढ़ी मियाद, टैग की कमी से एक दिन पहले सरकार ने बदला प्लान
FASTag Deadline: आज से लागू नहीं होंगे FASTags, एक महीने बढ़ी मियाद, टैग की कमी से एक दिन पहले सरकार ने बदला प्लान
आज से लागू नहीं होंगे FASTags, एक महीने बढ़ी मियाद, टैग की कमी से एक दिन पहले सरकार ने बदला प्लान
फास्टैग लगाने की अंतिम तारीख 1 महीने के लिए आगे बढ़ा दी गई है
✍🏻(मनोहर पंचाल),,,,,,,नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर आज (15 दिसंबर) से देशभर में लागू होने वाले FASTags को एक महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। सरकार ने ये पार्शियल रोलबैक बाजार में फास्टैग की कमी की वजह से लिया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने शनिवार (14 दिसंबर) को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें फास्टैग लागू करने के अंतिम तिथि 15 दिसंबर को 30 दिन के लिए बढ़ाने की इजाजत दे दी है।
इसके साथ ही यह भी अनुमति दी गई है कि टोल प्लाजा के कम से कम 75 फीसदी लेन में गाड़ियों से फास्टैग के जरिए ही टोल लिया जाय। सर्कुलर में कहा गया है कि 25 फीसदी से अधिक ले में गाड़ियों से कैश न वसूला जाय। इससे पहले मंत्रालय को NHAI ने कहा था कि वह 15 दिसंबर से 45 दिनों के अंदर पूर्णत: FASTags लागू करने की कोशिश करेगा। बाजार में FASTags की कमी का हवाला देते हुए NHAI ने मंत्रालय से अनुरोध किया था कि फिलहाल इस नई तकनीक को लागू करने के फैसले को आगे बढ़ाया जाय, पर मंत्रालय ने सिर्फ 30 दिनों की मोहलत दी है।
FASTag में इस्तेमाल RFID चिप्स विदेश से मंगाया जाता है। इस आयात की प्रक्रिया में लगभग छह सप्ताह का समय लगता है। इस आधार पर FASTags का निर्माण करने वाली कंपनियां प्रतिदिन लगभग 30,000 से 50,000 टैग ही लगा सकती हैं। पिछले हफ्ते मात्र 18 लाख FASTags ही स्टोरेज में थे, जो देश में गाड़ियों की संख्या से बहुत कम था। इसके बाद NHAI ने मंत्रालय को पत्र लिखकर डेडलाइ बढ़ाने का अनुरोध किया था।
NHAI ने मंत्रालय को लिखा, “मौजूदा समय में आयातित चिप और उससे बनने वाले टैग की बाजार आपूर्ति में भारी कमी है, इसलिए सभी नागरिक पिलहाल FASTags खरीदने में सक्षम नहीं हैं।” हालांकि, NHAI ने देशभर के सभी 523 टोल प्लाजा पर FASTags के जरिए इलेक्ट्रोनिकली टोल वसूलने के लिए जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए हैं।
बता दें कि FASTags लागू करने की मूल योजना में सभी टोल प्लाजा पर सभी दिशाओं में सिर्फ एक लेन को ही हाइब्रिड लेन घोषित करना था बाकी सभी लेन में FASTags के जरिए ही टोल लेने का प्रावधान है। अगर कोई गाड़ी गलती से भी FASTags वाले लेन में घुस जाती है तो उससे दोगुनी टोल राशि वसूलने का नियम बनाया गया है। NHAI सभी गाड़ियों को मुफ्त में FASTags दे रहा है। यहां तक कि हरेक FASTags पर 150 रुपये के कैशबैक का भी ऑफर है। फिलहाल देश में रोजाना FASTags जारी होने का आंकड़ा 1.96 लाख पर पहुंच चुका है।